चुप्पी का बोझ
यह एक ऐसे बेटे की स्टोरी है जो कहने को तो घर का लाडला है पर… उसके घर में कोई भी उसकी परवाह नहीं करता, क्योंकि वो अपनी प्राबलम उनसे कभी शेयर ही नहीं करता, इसलिए उनको लगता है कि यह जो भी कर रहा है वो ठीक ही है, पर उसकी खुद की इच्छा यह रहती है कि मुझे भी घर में कोई पुछे क्या हाल है तेरा क्या कर रहे हों तुम्हें किसी चीज की जरूरत तो नहीं। पर नहीं वो अपनी जिंदगी और अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए मेहनत और अकेलापन झेल रहा है….
राहुल दिल्ली में अपने माता-पिता के साथ रहता है। बाहर से देखने राहुल का परिवार सामान्य लगता है। पिता नौकरी में व्यस्त, मां घर के कामों में, और राहुल अपनी पढ़ाई और काम में। लेकिन घर में एक चीज की कमी है जो सिर्फ राहुल को ही अंदर ही अंदर खाती है वो है चुप्पी….
राहुल बचपन से ही अपनी परेशानियां खुद झेलता आया है। स्कूल में कोई तकलीफ़ हुई, दोस्तों से झगड़ा हुआ, पैसों की जरूरत पड़ी। उसने कभी मां-बाप से नहीं कहा। नतीजा यह हुआ कि मां-बाप को लगता है।”बेटा तो खुश है, सब ठीक है।”
लेकिन अंदर से राहुल को हमेशा एक कसक रहती – “काश, कोई मुझसे पूछे… क्या हाल है?”
रोज की तरह राहुल ऑफिस से बहुत थका-हारा और टूटे मन से घर आता है। उस दिन उसकी नौकरी चली जाती है। वह चाहता है कि घर आकर कोई पूछे, “क्या हुआ बेटा?” लेकिन हमेशा की तरह, मां रसोई में और पिता टीवी के सामने होते हैं।
रात को वह अपने कमरे में चुपचाप रोता रहा है। तभी उसकी मां पानी देने आती है और उसकी आंखों में आंसू देख लेती है। पहली बार राहुल अपनी चुप्पी तोड़कर सब कुछ बता देता है। नौकरी, तनाव, अकेलापन और चाहता था कि कोई बस “हाल-चाल” पूछ ले।
मां को अहसास होता है कि बेटे की चुप्पी को उन्होंने समझने की कोशिश ही नहीं की। अगले दिन से घर का माहौल बदल जाता है।
माता पिता का नाम सिर्फ सर्टिफिकेट पर लिखने के लिए नहीं होता। माता पिता के नाम का अहसास बहुत बढ़ा है जो यह अहसास ही आगे रिश्तों को जोड़े रखता है। जब बच्चा पैदा होता है तो उसकी देखभाल, हर सुख-दुख का ध्यान रखा जाता है जब बच्चा बड़ा हो जाए तो वो अपने कामकाज की तरफ कदम बढ़ाता है तो मां बाप का झुकाव बच्चे की तरफ कम होने लगता है क्योंकि उसकी इन्वॉल्वमेंट घर में कम हो जाती है और अपने काम की तरफ ज्यादा। उसके लिए यह चुप्पी एक बोझ बन जाती है।
चुप रहने वाला इंसान भी अंदर से बहुत कुछ झेल रहा होता है। कभी-कभी एक साधारण सवाल – “क्या हाल है?” किसी की ज़िंदगी बदल सकता है।
हिंदआर्टिस्ट / www.hindartist.com